Nios Deled Course 510 Assignment 2 Answer 1 with the question in Hindi: यहाँ मैंने 500 शब्दों में इस प्रश्न का उत्तर दे दिया है |
इस का उत्तर जल्द से जल्द लिख कर Science Medium वाले अपने Study Center में जमा कर दे |
प्रश्न 1) कक्षा सात की विज्ञान पाठ्यपुस्तक से अपनी पसंद का एक प्रकरण चुने और उसका व् इश्लेषण करें की क्या वह थीम अथवा विषय केन्द्रित उपागम पर आधारित है? अपने पक्ष में तर्क दीजिये |
उत्तर 1)
इस का उत्तर जल्द से जल्द लिख कर Science Medium वाले अपने Study Center में जमा कर दे |
प्रश्न 1) कक्षा सात की विज्ञान पाठ्यपुस्तक से अपनी पसंद का एक प्रकरण चुने और उसका व् इश्लेषण करें की क्या वह थीम अथवा विषय केन्द्रित उपागम पर आधारित है? अपने पक्ष में तर्क दीजिये |
उत्तर 1)
थीम आधारित उपागम बनाम विषय आधारित उपागम
छोटे बच्चो के लिए एक समाहित पाठ्यक्रम विशेषरूप से उपयुक्त होता है क्युकी वे दुनिया को व अपने अनुभवों को एक समुचित ढंग से देखते है | थीम शिक्षण और विषयो का समाहित करना हर स्टार पर महत्वपूर्ण है परन्तु इसके लिए सावधानीपूर्ण योजना की आवशयकता है | प्रयोग किये गए थीमो की सीमा के भीतर योजना उन्हें सुनिश्चित करने में मदद करती है जिससे विषय वस्तु के घटकों का व्यापक अध्ययन अर्जित होता है तथा वैज्ञानिक कौशल व अवधारणाओ के विकास के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान होते है |पाठ्य पुस्तके व कार्यपत्रक
पाठ्य पुस्तके व कार्यपत्रको के प्रयोग को सक्रिय खोज/जांच प्रक्रिया की सहायक सामग्री तक सीमाबद्ध करने की आवश्यकता है | जब आप विज्ञान शिक्षण की योजना बनाये तो इन संसाधनों पर चर्चा व उनका मूल्यांकन अवश्य कर लें | विज्ञान शिक्षण केवल पाठ्यपुस्तक या कार्यपत्रक पर आधारित नहीं होना चाहिए | आपको ऐसे क्रियाकलापों का चुनाव करना चाहिए जिनसे बच्चो को खुली सीमओं में कार्य करने में सहायता मिले |विज्ञान के पाठो की योजना बनाना
विज्ञान पाठो की योजना में 5W और 1H विधि के प्रयोग के लिए आपको निम्नलिखित चार मूल प्रश्नों के उत्तर देने होगें | उनके उत्तर देने का प्रयास करें | बचे हुए दो प्रश्नों के उत्तर पहले से ही आपके पास है |क्या पढ़ाना है? (विषय वस्तु/अवधारणाओ का चुनाव) :
विषय वास्तु निर्धारित है और पाठ्यचर्या में दी गई है | विषयवस्तु का शैक्षिक विश्लेषण आपको विषयवस्तु की व्यवस्था व् क्रम वनाने में सहायता करेगा | प्रभावी योजना के लिए आप अवधारणाओ का "अवधारणा मैप" (नक्शा) विकसित का सकते है |क्यों पढ़ाना है? (अधिगम प्रतिफलो का निर्धारण)
आपको जानने की आवश्यकता है की किसी विशेष विषय वस्तु को पाठ्यचर्या में क्यों रखा गया है | उस विषयवस्तु को सीखने पर शिक्षार्थी से क्या अपेक्षा की जा सकती है? वे आपेक्षित अधिगम प्रतिफल है | अधिगम प्रतिफलो का चुनाव करते समय आपको सिक्षर्थियो की क्षमताओं का ध्यान रखने की आवश्यकता है |कैसे पढ़ाना है? (विधियों व् रणनीतियो का चुनाव)
पहली इकाइयों में आपने विधियों, रणनीतियो व उपागमो के बारे में सीखा | विषय-वस्तु के लिए उपयुक्त उपागम व अधिगम प्रतिफल जिन्हें पाने का इरादा है, उनका निर्धारण कर लें | जैसे-जैसे आपके शिक्षण अभ्यास का विकास होगा, आप विज्ञान के पाठो (जो विभिन्न अधिगम शैलियों को प्रभि ढंग से निपट सके) की योजना बना सकेगे | और विभिन्न बहु बौधिक क्षमताओ को निपटने के लिए भी क्रियाकलाप प्रदान कर सकेगें | बेशक आप प्रतिभाशाली बच्चो व पिछड़े हर बच्चो की सहायता के लिए भी क्रियाकलाप शामिल करेगें |शैक्षणिक -विश्लेषण
ऊपर लिखी सारी प्रक्रिया को शैक्षिक-विश्लेषण कहते है | यह तीन अवस्थाओं में किया जाता हैपूर्व सक्रिय अवस्था
- इस अवस्था में निम्नलिखित क्रियाकलाप शामिल है :
- प्रविष्ट योग्यता जांच
- अधिगम प्रतिफलो को परिभाषित करना
- विषय वस्तु विश्लेषण व अधीनस्थ अवधारणाए
- अधिगम के प्रकारों की पहचान
अन्तर-सक्रिय अवस्था
- इस अवस्था में निम्नलिखित क्रियाकलाप शामिल है :
- प्रोत्साहन प्रस्तुति की विधियों/उपागमो का निर्धारण
- आपेक्षित शिक्षार्थी प्रतिक्रियाओं पर निर्णय
- प्रतिक्रिया देना
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