Deled course 508 Assignment 3 का Answer मैंने Hindi भाषा में दे दिया है है अगर आप English में इस उत्तर को लिखना चाहते है तो इसे ट्रांसलेटर की मदद से इंग्लिश में ट्रांसलेट कर ले | ये आप्शन की इस वेबसाइट में उपलब्ध है |
उत्तर को मैंने पहले की ही तरह nios की गाइड से छांट कर लिखा है आप अपनी इच्छा अनुसार इस उत्तर और को और लंबा कर सकते है |
प्रश्न 2 : प्राथमिक चिकित्सा के सिद्धांत क्या है ? रक्त्रस्त्राव व बेहोश होने पर बालक को प्राथमिक चिकित्सा कैसे दी जानी चाइये ? स्पष्ट करे |
उत्तर : यधपि हम सुरक्षा नियमों का अनुकरण करते है फिर भी कभी कभी दुर्घटनाये हो सकती है | ऐसी स्थिति में कोई एक दुर्घटना से चोटिल हो जाए तो हम एकाएक डॉक्टर के पास नहीं पहुँच सकते | उपयुक्त चिकित्सीय सहायता पहुचने से पहले चोटिल व्यक्ति को दी गई जरुरी शारीरिक और चिकित्सीय सावधानी को प्राथमिक चिकित्सा कहा जाता है |
यधपि प्राथमिक चिकित्सा का उद्देश्य बीमारी का इलाज़ नहीं है किन्तु यह पीड़ित की कई प्रकार से सहायता करता है, बीमारी या कष्ट की वृद्धि को रोक सकता है, स्वस्थ्यलाभ ने सहायता करता है |
उत्तर को मैंने पहले की ही तरह nios की गाइड से छांट कर लिखा है आप अपनी इच्छा अनुसार इस उत्तर और को और लंबा कर सकते है |
प्रश्न 2 : प्राथमिक चिकित्सा के सिद्धांत क्या है ? रक्त्रस्त्राव व बेहोश होने पर बालक को प्राथमिक चिकित्सा कैसे दी जानी चाइये ? स्पष्ट करे |
उत्तर : यधपि हम सुरक्षा नियमों का अनुकरण करते है फिर भी कभी कभी दुर्घटनाये हो सकती है | ऐसी स्थिति में कोई एक दुर्घटना से चोटिल हो जाए तो हम एकाएक डॉक्टर के पास नहीं पहुँच सकते | उपयुक्त चिकित्सीय सहायता पहुचने से पहले चोटिल व्यक्ति को दी गई जरुरी शारीरिक और चिकित्सीय सावधानी को प्राथमिक चिकित्सा कहा जाता है |
यधपि प्राथमिक चिकित्सा का उद्देश्य बीमारी का इलाज़ नहीं है किन्तु यह पीड़ित की कई प्रकार से सहायता करता है, बीमारी या कष्ट की वृद्धि को रोक सकता है, स्वस्थ्यलाभ ने सहायता करता है |
प्राथमिक चिकित्सा के सिधान्त
- आतंकित न हो | 'दृश्य का प्राथमिक सर्वेक्षण करे जिसे ABC कहा जाता है जो इस प्रकार है - वायु के रास्ते खोले, पीड़ित को श्वास दे, गंभीर कट और रक्तस्त्राव को रोके |
- चोटिल व्यक्ति के चारो ओर भीड़ न लगाये |
- जब चोट गंभीर हो तो डॉक्टर को भी बुलाये |
- ताज़ी हवा आने दे |
- अनावश्यक रूप से कपडे न हटाये |
रक्तस्त्राव् :
केशिका रक्तस्त्राव में घाव को गाज और बैंडेज से कसकर बांधे | धमनी रक्तस्त्राव में अपने अंगूठे से रक्स्त्राव के स्थान पर धमनी के ऊपरी भाग पर जोर से दबाये | नस के रक्तस्त्राव में चोटिल भाग को ह्रदय के स्टार से ऊपर उठाये और घाव से दूरस्थ नस के भाग पर दबाये | नाक से रक्स्त्राव के मामले में शिर को पीछे ले जाए, मुह से श्वास ले और नाक पर एक बर्फ का बैग रखे |बेहोशी :
- कमजोर बच्चे को सर नीचे करके समतल लेटा दे |
- कपड़ो को ढीला करे, ताज़ी हवा आने दे, ठन्डे पानीका छिडकाव करे,
- अनोमियम कार्बोनेट या पीसी हुई प्याज़ सुघाये |
- ठीक होने पर चाये दे |
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